आज कल आधुनिकता के नाम पर फिटनेस के नाम पर जिम नहीं, लड़कियों के मनोरंजन के साधन है ऐसे जिम.. ऐसे जिम में जिहादियो से ट्रेनिंग लेने वाली लगभग सभी लडकियों के साथ यही होता है.. ऐसे जिम इन लड़कियों और जिहादियो दोनों के लिए मनोरंजन का साधन है..
घर वालों को भी विचार करना चाहिए की क्या ऐसा जिम मे लडकियों को भेजना चाहिए क्या वे ऐसे अनेकों आसन योग व्यायाम अपने घर पर करके अपने शरीर को रिस्ट पुष्ट मजबूत स्वस्थ नही बना सकती है क्या? आखिर कब समझ में आयेगा लोगों को 🤔