शारीरिक युद्ध से 500 मारोगे, लेकिन आर्थिक युद्ध से आप उनकी सात पीढियो को भिखारी बना सकते हो। जेहादियों से खरीदारी करने वाले और इनको जगह जमीन प्लाट दुकान मकान गोदाम किराए देने व बेचने वाले तथा काम धंधा नौकरी व्यापार देकर इनको पालने वाला हिन्दू ही तो है!
याद रखें सबसे बड़ा हथियार आर्थिक रूप से जेहादियों का सम्पूर्ण बहिष्कार है और अब ये अनिवार्य है यदि हिंदू अपनी, अपनी की और अपने देश की सुरक्षा चाहते हैं। जहां भी हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं, आतंकी वारदातें हो रही हैं वहां यही जेहादी मानसिकता की संलिप्तता तो सामने आ रही ही