शाखा चाहे संघ की लगाओ और किसी और नाम से लेकिन अपने क्षेत्र को संगठित करो...वर्ना कोई हैवानी भीड़ किसी दिन आएगी और सब उजाड़ कर चली जाएगी फिर मांगते फिरना न्याय
अपने अपने क्षेत्र में हिंदुओं को एकत्रित करो, प्रतिदिन मिलो और जागरूक करो... उसका सबसे आसान तरीका शाखा है .... यही तरीका है जिससे राजनीति सेक्युलरिज्म का कीड़ा खत्म होगा, भाईचारे का भयानक जाल टूटेगा और हिंदू आत्मरक्षा का अर्थ समझते हुए उसकी तैयारी करेंगे ताकि कोई हैवान क्षेत्र में घुस जाए तो उसका सही इलाज हो सके
Jay Shri Krishna
ReplyDeleteसत्य कहा है, हिंदू समाज अपने सपने धर्म संस्कृति को पहचानिए और कर्म कीजिए क्योंकि जो आज बोएंग्रे कल वही काटेंगे, सत्य सनातन संस्कृति की जय हो
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