कानपुर में एक #मुस्लिम व्यापारी का बेटे 13 साल का पांचवी में पढ़ने वाला बच्चा (11 बच्चों में से सबसे छोटा) गायब हो गया, पहले फिरौती का फोन आया और अगले दिन उसे बच्चों की लाश मिली जिसे 42 बार चाकू मारा गया था...पेंचकस से गोदा, शरीर पर जख्मों के 90 निशान मिले, 13 साल के बच्चे से रूह कंपाने वाली दरिंदगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे के साथ कई बार अननेचुरल सेक्स यानी कुकर्म की पुष्टि हुई ....🤕फिर कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने #नजर_अली और #अजहर_अली को गिरफ्तार किया है...
🤬🤬🤬 उन दोनों ने पुलिस को बताया कि सर रमजान चल रहा है घर में हमारी पत्नियां शारीरिक संबंध नहीं बनाने दे रही क्योंकि रमजान में पाबंदी होती है...🤬🧟♂️तो इसलिए हमने इस बच्चे का अपहरण किया बच्चों के साथ बार-बार कुकर्म किया और बाद में जब बच्चे ने उनसे कहा कि मैं अपने घर सब कुछ बताऊंगा तो हमने उसको चाकू से गोद गोद कर मार डाला... फिर उसको मारने के बाद हमने सोचा कि क्यों ना घर वालों को फोन करके कुछ फिरौती भी वसूल लिया जाए...🤕
उफ्फ किन दरिंदों और राक्षसों के बीच में हम लोग रह रहे हैं.... 😢😢😢
कानपुर में 3 दिन पहले 5वीं के छात्र कुकर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। आरोपियों ने वारदात के बाद डेडबॉडी को कुएं में फेंक दिया था, फिर छात्र के मोबाइल से घरवालों को मैसेज कर 10 लाख रुपए फिरौती मांगी। छात्र के घरवालों ने मैसेज नहीं देखा। उन्हें आकर मोबाइल चेक करने को कहा।
घरवालों ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने छात्र को मोबाइल ट्रेस किया। फिर शक के आधार गांव के नजर अली उर्फ हुसैनी (22) अरेस्ट कर लिया। तलाशी ली तो उसके पास से छात्र का मोबाइल मिला। फिर उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल कर लिया।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर के मुताबिक, हुसैनी ने पूछताछ में कहा- रमजान का महीना है। घर में पत्नियां रोजे की वजह से संबंध नहीं बनाने दे रही थीं, इसलिए गांव के ही लड़के को अगवा कर लिया। सोचा कि सेक्शुअल डिजायर भी पूरी हो जाएगी और फिरौती में कुछ रुपए भी मिल जाएंगे।
फिलहाल, हुसैनी का साथी अजहर उर्फ अज्जू (24) फरार है। शुक्रवार को शव का पोस्टमॉर्टम हुआ। इसमें छात्र के शरीर पर 42 चोट के निशान मिले हैं। शुक्रवार देर शाम छात्र को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
6 मार्च को छात्र का कुएं में मिला था शव बिल्हौर कोतवाली के रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर ने बताया- उनका 13 साल का बेटा 11 भाई-बहनों में सबसे छोटा था। वह क्लास 5 में पढ़ता था। बेटा 5 मार्च को लापता हो गया था। 6 मार्च को उसका कुएं में शव मिला था।
गला घोंटा, सिर पर रॉड मारी आरोपी हुसैनी ने पूछताछ में बताया- हम लोगों को पता था कि छात्र हर दिन शाम को जिम जाता था। 5 मार्च को रात साढ़े 8 बजे छात्र जिम से लौट रहा था। मैं और अजहर उसे बुलाया। उसे बहाने से गांव से करीब आधा किमी दूर ले गया।
रस्सी और राड का पहले से ही वहां इंतजाम करके रखा था। वहां ले जाकर के हाथ को रस्सी से बांध दिए। फिर उसके साथ कुकर्म किया। छात्र के बेहोश होने पर हमने रस्सी से उसका गला घोंट दिया। सिर पर लोहे की रॉड से वार किए।
छात्र जिंदा न रह जाए, इसलिए 40 से 42 बार पेट से लेकर सीने तक सरिया से घोंपी। इसके बाद शव को कुएं में फेंक दिया। बच्चे का मोबाइल मैंने अपने ही पास रख लिया।
हुसैनी ने बताया- 6 मार्च की सुबह 6.29 बजे मैंने छात्र के मोबाइल से उसके बड़े भाई को वॉट्सऐप पर मैसेज भेजा। लिखा- तुम्हारा लड़का हमारे पास है। अगर लड़का जिंदा चाहिए तो शाम पांच बजे तक 10 लाख रुपए का इंतजाम कर दो। अगर पुलिस को खबर दी तो तुम्हारे लड़के को जान से मार देंगे।
लेकिन, छात्र के घरवालों ने मेरा मैसेज नहीं देखा। इसके बाद मैं छात्र के घरवालों के पास गया। बातचीत के दौरान उनसे कहा- फोन चेक करिए। हो सकता है फिरौती के लिए कोई मैसेज आया हो। तब जाकर उसके घरवालों ने मैसेज पढ़ा।
शाम 7 बजे बच्चे के बड़े भाई ने मैसेज के जवाब में लिखा- खाता नंबर दो। 8.12 बजे लिखा- कहां भेजना है? 8.14 बजे लिखा- जगह बताओ। हालांकि, मैंने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद छात्र के घरवालों ने पुलिस को सूचना दे दी।
सूचना पर पुलिस पहुंची और छात्र के परिजनों ने पूछताछ की। पुलिस ने छात्र के मोबाइल ट्रेस किया तो लोकेशन घर के आसपास ही मिली। इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर हुसैनी को हिरासत में लिया। उसकी तलाशी ली तो कमर वाली जेब से छात्र का मोबाइल मिला। इसके बाद पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सच बता दिया।