यदि हम मानते हैं कि मांस भक्षण करना, अंडा खाना, शराब पीना, नशा करना गलत है तो फिर कुछ दिन छोड़कर बाकी दिन हम यह सब ग्रहण क्यों करते हैं? क्या नवरात्रि में सात्विक तरीके से रहना और बाकी दिन जैसे मर्जी रहना यह उचित है? सात्विकता अपनानी है तो पूरी तरह अपनाएं... धर्म का दिखाओ ना कर उसे आत्मसात करें।
अनुकरणीय और प्रेरणादायक वीडियो👇
इस वीडियो को देखकर कुछ लोगों के दिमाग में हलचल हो सकती है कुछ लोगों का ईगो हर्ट हो सकता है लेकिन सत्य को समझने की हिंदू समाज को वाकई बहुत ज्यादा आवश्यकता है ताकि हम सही मायने में धर्म मार्ग पर चल सकें और धर्मद्रोहियों को हमारे धर्म को अपमानित करने के अवसर ना मिली। विचार जरूर करें और वीडियो अच्छा लगे तो शेयर करें