ताजमहल को लेकर जो बातें हम सुनते आए हैं, जो कुछ हमें पढ़ाया गया और अब भी पढ़ाया जा रहा है वो कितना बड़ा नारेटिव है सोचिए। किस प्रकार सरकारों, अधिकारियों, आदि को मिलीभगत से हिंदुओं को छला गया और भगवान शिव के मंदिर तेजोमहालय को ताजमहल के नाम से प्रचारित किया गया। देश के हिंदुओं को अब तेजोमहालय के लिए भी एक बड़ा आंदोलन एक कानूनी लड़ाई की जरूरत है।
हिंदुओं के धर्मस्थलों के साथ मुगलों ने जो किया वो तो अब लगभग पूरी दुनिया जान चुकी है और मान भी रही है, लेकिन आजादी के बाद की कांग्रेस सरकार ने जो किया उसे भी बड़ी बारीकी से समझना चाहिए ताकि लोग समझ सकें को अंग्रजों और मुगलों से भी अधिक खतरनाक रही है हिंदुओं के लिए कांग्रेस... जिसने हिंदुओं के अस्तित्व को हो धुंधला कर दिया और आज हिंदू अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं, वो भी कांग्रेसी कानूनों , कारनामों के कारण अत्यंत कठिन हो गई है।