मोदी जी ने सांसदों को सम्बोधित करते समय जब Pawan Kalyan जी परिचय करवाते हुए कहा था...."ये पवन नहीं है.... आंधी है"
तिरुपति मंदिर वाला पूरा काण्ड माननीय पवन कल्याण जी की आस्था के चलते खुल पाया.... उनकी ज़िद राजनीति से ऊपर गयी और अब उनकी मांग है मंदिरों के लिए #सनातन_रक्षण_बोर्ड की.
तो ये SS ले लो गुरु..... ये आंधी सिर्फ अगले पांच साल में आंध्र की सीमाओं से बाहर भी निकलेगी और बड़ी ताक़त भी बनेगी...
तिरुपति मंदिर वाला पूरा काण्ड माननीय पवन कल्याण जी की आस्था के चलते खुल पाया.... उनकी ज़िद राजनीति से ऊपर गयी
और अब उनकी मांग है मंदिरों के लिए #सनातन_रक्षण_बोर्ड की...
समर्थन करिये.... ये रियल लाइफ हीरो है...!
सनातन धर्म रक्षण बोर्ड
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और अभिनेता पवन कल्याण ने तिरूपति बालाजी प्रसाद के मुद्दे पर कहा है कि अब समय आ गया है कि सभी मंदिरों की रक्षा के लिए बोर्ड गठित हो। राष्ट्रीय स्तर पर विमर्श हो और सभी सनातन धर्म के अपमान के लिए साथ आएँ।
तो वही, मंदिर प्रशासन टीटीडी के प्रति नायडू सरकार सख़्त कार्यवाही करेगी और उन्हें सवालों के जवाब देने होंगे। गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला ने मिलावट की पुष्टि की थी।
कल्याण ने आगे कहा है कि वाईएसआर नेताओं ने तिरूपति माला की पवित्रता धूमिल की है। इसके परिणाम में उन्हें सत्ता से बेदखल मिला है अब कानूनी तरीके से दंड मिलना आवश्यक है।
सनातन के उच्च पद पर विराजमान संत प्रमुखों को मुखरता से इसे मुद्दे को उठाना चाहिए और सरकार से माँग करनी होगी कि ऐसे कृत्य दोबारा न हो। उसके लिए कोई प्रबंधन हो। जिसे कोई सरकार हाथ न लगा सके।
सोचने वाली बात है कि कितनी गिरी हुई सोच के साथ मिलावट की गई है। अगर सूबे में सत्ता परिवर्तन न होता तो ऐसा सिलसिला चलता रहता। पवन कल्याण ने अपने राजनीतिक करियर के लिए टीडीपी को उठाया और लड़ने के तैयार किया था वरना नायडू का मोरल डाउन था। एनडीए अच्छा लड़ा और क्लीन स्वीप किया, और अब ये बड़ा खुलासा हुआ है।
सत्ता रिपीट होती तो भेद न खुलता।
श्रद्धालु व भक्तों को चर्बी, मछली आयल और बीफ वाला प्रसाद लड्डू मिलता रहता।
पवन कल्याण की माँग के साथ सभी ने जुड़ना चाहिए और संत समाज को लीड लेनी पड़ेगी। ऐसे ही मौनी बाबा बने रहेंगे तो कुछ न होना है। अनर्गल टिप्पणी खूब कर लेंगे, किंतु ऐसे मुद्दों पर बगलें झांकेंगे।
#प्रोफेसरलेक्चर