हर बार हिड़नबर्ग की खबर झूठी ही निकलती हैं,हर साल विकास दर कम बताता है,लेकिन ये झूठा ही साबित होता है। अब हिड़नबर्ग की दुनिया में कोई वेल्यू ही नहीं है। भारत ही नहीं कई देशों ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर ध्यान देना ही बंद कर दिया है,क्योंकि वह एक राजनेतिक षडयंत्र की तरह अपनी रिपोर्ट जारी कर , दुश्मन देश में अराजकता फैलाना चाहता है।
भारत के मामले में जितनी भी रिपोर्ट अभी तक हिड़नबर्ग ने दी हैं, उसके नतीजे भारत में 0 जीरो ही रहे हैं, लेकिन ये कुछ विपक्षी पार्टियों के साथ मिलकर बनाई जाने वाली रिपोर्ट तैयार करता है, ओर भारत में लुटियंस मीडिया के पत्रकार जैसे रवीश कुमार, स्वरा भास्कर, राजदीप सरदेसाई , बरखा दत्त, पुण्य प्रसून बाजपेई जैसे पत्रकार तुरन्त ही इस खबर को लेकर हाहाकार मचाने लगते हैं,सिर्फ इन सभी का उद्देश्य एक ही होता है कि देश में नेरेटिव फैलाना और देश को अराजकता फैलाना 🧐
लेकिन ये सभी तथाकथित पत्रकार यह नहीं बताते है कि पिछली हिड़नबर्ग की रिपोर्ट तो बिल्कुल ही गलत निकली क्योंकि उन्हें ये सच बताने का पैसा नहीं मिलता #Presstitute
साभार : 🌹रवि राजु