कंगना रनौत ने अपनी नई फिल्म इमरजेंसी को लेकर एक साक्षात्कार में किसान आंदोलन की सच्चाई बता दी और चिंता व्यक्त की। यही चिंता देश के हर एक राष्ट्रप्रेमी के मन में है लेकिन ना जाने क्यों भाजपा ने नूपुर शर्मा की ही तरह कंगना से भी अपना पल्ला झाड़ लिया और प्रेस विक्षिप्त जारी कर कंगना के बयान को गलत बताते हुए चेतावनी दे दी।... सुनिए और सोचिए की आखिर कंगना ने गलत क्या कहा...!
कंगना शुरू से ही बिंदास बोलने वाली रही है लोगों के अनुशार अब भाजपा उनके इस अंदाज पर लगाम लगाना चाहती है। भाजपा ने नूपुर शर्मा जैसी नारीशक्ति का साथ नहीं दिया और अब कंगना रनौत के साथ भी वैसा ही किया जा रहा है। आखिर कब तक ये सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास का झूंथा ढोल पीटती रहेगी भाजपा।
विचारणीय बिंदु ये भी हैं की एक तबका खुलेआम भारत का बांग्लादेश जैसा हाल करने की बात कर रहा है ,सनातन को खत्म करने की बातें करते हैं और ये लोग बस एक अवसर की तलास में हैं ताकि इनके मंसूबे पूरे हो सकें और भाजपा ने एक भी गलती की तो सारा मामला निपट जाएगा। कंगना ने जो कहा वो किसान के रूप में छुपे आतंकियों के लिए कहा लेकिन विपक्ष और देश द्रोही इस बयान को देश के सभी किसानों के विरुद्ध बताकर माहौल बनाता और फिर क्या होता ये आप सब समझते ही हैं।
थोड़ा शांति से विचार करना होगा देश वासियों को, भाजपा को विपक्ष से भी लड़ना है और अपने समर्थकों से भी बचना है... 😞
भाजपा ने अपने सांसद कंगना रनौत के बयान से पल्ला झाड़ लिया है। हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद कंगना रनौत ने ‘किसान आंदोलन’ के संबंध में कहा था कि उस दौरान बलात्कार और हत्या की घटनाएँ हुई थीं। अब भाजपा ने आधिकारिक बयान जारी कर के खुद को इससे अलग कर लिया है। भाजपा ने कहा है कि सांसद कंगना रनौत द्वारा ‘किसान परिप्रेक्ष्य’ में दिया गया बयान पार्टी का मत नहीं है। साथ ही पार्टी ने कंगना रनौत के बयान से असहमति भी व्यक्त की है।
भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि पार्टी की ओर से नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए न तो कंगना रनौत को अनुमति है और न ही वो बयान देने के लिए अधिकृत हैं। साथ ही BJP ने कंगना रनौत को ये भी निर्देश दिया है कि भविष्य में वो इस प्रकार का बयान न दें। पार्टी ने दोहराया कि भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ तथा सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए कृतसंकल्पत है। कॉन्ग्रेस लगातार कंगना रनौत के बयान का विरोध कर रही थी।
‘तनु वेड्स मनु’ और ‘क्वीन’ की अभिनेत्री ने कहा कि यहाँ भी बांग्लादेश की स्थिति आते देर नहीं लगती। अगर हमारे शीर्ष नेतृत्व सशक्त नहीं होती तो यहाँ जो ‘किसान आंदोलन’ हुआ वहाँ पर लाशें तकली हुई थीं और बलात्कार हो रहे थे। जब किसानों के हितकारी बिल वापस लिए गए थे तो पूरा देश हैरान रह गया था। वो किसान आज भी वहाँ बैठे हुए हैं। उनकी लंबी प्लानिंग थी, जैसी बांग्लादेश में हुई थी। चीन और अमेरिका जैसी विदेशी शक्तियाँ यहाँ काम कर रही हैं। फ़िल्मी लोगों को लगता है कि देश जाए भाँड़ में, उनकी दुकान चलती रहे।
कंगना रनौत ने इस दौरान ये भी कहा था कि फ़िल्मी लोगों को पता होना चाहिए कि देश नहीं रहेगा तो वो भी नहीं बचेंगे। अब कॉन्ग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि भाजपा को कंगना रनौत को पार्टी से निकालना चाहिए। बता दें कि इन्हीं सुप्रिया श्रीनेत ने कंगना रनौत के लिए लोकसभा चुनाव के समय अश्लील शब्द का प्रयोग किया था। इसके बाद उन्हें इंस्टाग्राम पोस्ट डिलीट करना पड़ा था। अब वही कॉन्ग्रेस पार्टी कंगना रनौत के नाम पर भाजपा को घेर रही है।