पुदुचेरी विश्वविद्यालय में रामायण का मजाक बनाया गया ...माता सीता और प्रभु श्रीराम का अपमान किया गया, श्रीराम भक्त हनुमान जी का मजाक उड़ाया गया और ऐसे कारनामे बार बार होते हैं। शिक्षण संस्थानों में ऐसी हरकतें अत्यंत आपत्तिजनक हैं लेकिन दुर्भाग्य की ऐसी नीच मानसिकता के लोगों पर कोई कठोर कार्यवाही हिंदू और हिंदू संगठन नहीं करवा पाते... प्रशासन अपने आप करे ऐसा तो भारत में हिंदू के मामले में असंभव हैं। हां किसी अन्य मजहब पर ऐसा कुछ हो जाए तो पूरा प्रशासन एक्टिव मोड में आकर त्वरित कठोर कार्यवाही करता हैं।
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को कलंकित करने और जगत जननी माता जानकी के चरित्र को अपमानित किया गया। ऐसे लोगो पर कठोर कार्यवाही तभी संभव है जब खुदको राम भक्त कहने वाला हर हिंदू एकजुट होकर कार्यवाही की कठोरता से मांग करे