⭕ हम निरंतर सोशल मीडिया पर एक ऐसे तबके को देखते हैं जो दिन रात मोदी, भाजपा, संघ और योगी जी के समर्थन में भर भर कर पोस्ट डालते हैं।
यदि आप उनसे पूछेंगे कि, भाई आप को इस काम के लिए क्या कोई तय पैसा मिलता है या आप घर से खाली हो, आपको कुछ चौंकाने वाले उत्तर मिल सकते हैं।
अधिकतर मित्रों का कहना होगा कि राष्ट्र में हमेशा दो प्रकार की शक्तियां काम करती हैं, एक राष्ट्र को सही दिशा में ले जाती है और दूसरी राष्ट्र को गलत दिशा में ले जाती है।
हम जिनके समर्थन में पोस्ट करते हैं वे राष्ट्र को सही दिशा में ले जाने वाले हैं, इसलिए उनके बारे में सकारात्मक जनमत तैयार करना राष्ट्र की सबसे बड़ी सेवा है। धर्म को बचाने और भारतीयता की रक्षा करने के लिए यह जरूरी है वरना आने वाले समय में पूजा पाठ करना भी मुश्किल हो जाएगा।
सोशल मीडिया पर दिन-रात मोदी, भाजपा, संघ और राष्ट्र के समर्थन में पोस्ट डालने वाले मित्रों को घर से खाली या अंधभक्त बिल्कुल ना समझें,
शायद बहुत कुछ ऐसा है जो आप लुट पिटकर समझोगे। परंतु ये भविष्य के खतरों को अभी से भांप चुके हैं इसलिए अपना कीमती समय और दिमाग सिर्फ अपने समाज, परिवार और राष्ट्र को सुरक्षित करने में लगा रहे हैं।
आज सोशल मीडिया का सोए हुए हिंदुत्व को जगाने में सबसे ज्यादा योगदान है। यह सनातन संस्कृति के पुनरुत्थान होने का आवश्यक प्लेटफार्म बनता जा रहा है।
विरासत में मिली हिंदुत्व रूपी बेहतर जीवन शैली के कारण हिंदू बहुत विचारशील होने के कारण जिहादियों की तरह नरपिशाचों वाली हरकतें नहीं कर सकता है, इसलिए धीरे धीरे जागृत होकर हिंदू जनमानस सबसे पहले सोशल मीडिया के माध्यम से अपने अंदर की घुटन को प्रदर्शित करने का प्रयास कर रहा है।
हर छोटे बड़े मुद्दे पर अब हिंदू बड़ी संख्या मुखर होकर अपनी बात रखने लगे है। उसका परिणाम यह हुआ कि समाज के जो तंत्र पहले हिंदुओं की आवाज को आसानी से दबा दिया करते थे, अब वे बहुत असहज होते जा रहे हैं।
वर्तमान चुनौतियों को समझकर जब जिहादी, वामपंथी व सेकुलर हिंदू तरह-तरह के संगठन बनाकर राजनीतिक ताकत पाने के चक्कर में लगे हुए हैं और फिर राजनैतिक ताकत पाकर सनातन संस्कृति की ही जड़ काटते दिखाई देते हैं तो इस स्थिति में हमारा पहला कर्तव्य आने वाले खतरों से अपने देश और समाज को सुरक्षित करना हो जाता है।
सभी मित्रों का कहना यही था कि ना ही हम मोदी भक्त हैं और ना ही भाजपा हमें कुछ खाने को देती है..! परंतु जो राष्ट्र और धर्म के लिए सकारात्मक कदम उठा रहे हैं, उनके ऊपर देशद्रोही शक्तियों को हावी न होने देना भी हमारा मुख्य कार्य होना चाहिए और वही हम कर रहे हैं।"
अपना अपना पेट भरने में लगा हर हिंदू देश और अपने ऊपर मंडराने वाले कुछ खतरों को ठीक से नहीं भांप रहा है। जैसे ही वह जागरूक होकर इन खतरों को भांपने लगेगा तो वह भी प्रतिक्रिया करना प्रारंभ कर देगा।
हमारे अनुसार उपरोक्त बातों में एक बहुत बड़ा संदेश है और वह यह कि अगर हम सीधे-सीधे युद्ध नहीं लड़ सकते हैं तो अपने लेखन और दैनिक क्रियाकलाप द्वारा उन शक्तियों को बलशाली बनाने का प्रयास ज़रूर करें जो राष्ट्र और हिंदुत्व को महत्ता देते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
चाहे ईसाई हों या चाहे मुस्लिम हों सभी पूरा पैसा और समय खर्च करके अपनी अपनी राजनीतिक पार्टियों को सत्ता में लाने और ताकतवर बनाने में लगे हुए हैं।
ऐसे में राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए हम लोग ही क्यों पीछे रहें ! जबकि यह एक सार्वभौम सत्य है कि भारत भूमि का चहुंमुखी विकास और हित हिंदुत्व और सनातन संस्कृति में ही है |
❤ राष्ट्रहित सर्वोपरि ❤