वैसे हो सकता है कुछ लोगों को यह खबर अच्छी ना लग रही हो लेकिन क्योंकि चुनावी माहौल है तो यह भी हो सकता है कि कोई कुछ ना बोले या इस बात को अच्छी पहल बोले। लेकिन जनता को जानना होगा कि आखिर ऐसा किस कारण हुआ की भव्य और दिव्या राम मंदिर बन रहा है 22 जनवरी को प्रभु विराजमान होंगे। अब स्कूलों में भी राम मंदिर का इतिहास पढ़ाया जाएगा। लेकिन याद रहे अभी तो मोदी सरकार से मथुरा और काशी लेना बाकी है तो इन्हें कहीं जाने नहीं देना...
उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी से जब पूछा गया कि राम मंदिर का निर्माण अंतिम चरण में है तो क्या ये माना जाए कि यूपी में NCERT बुक में राम मंदिर निर्माण का पाठ जोड़ा जाएगा. ताकि बच्चों को इसके बारे में जानकारी दी जा सके. इस सवाल का जवाब देते हुए मंत्री रजनी तिवारी ने कहा कि, ‘ देखिए NEP में ये भी है कि हमारी संस्कृति के बारे में बच्चों को ज्ञान देना चाहिए. धार्मिक , पौराणिक गाथाओं के बारे में बच्चों को बताया जाए. और राम मंदिर तो हमारी भावनाओं से जुड़ा हुआ विषय है.’
शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि, ‘सिर्फ राम मंदिर की बात नहीं है . बल्कि उसके साथ साथ बाकि धार्मिक , पौराणिक , आध्यात्मिक चीजों को भी पाठ्यक्रम में लेने का विचार है ताकि बच्चों को इसके बारे में जानकारी हो सके. बच्चों को भी धार्मिक चीजों के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए. पाठ्यक्रम में चीजें होंगी.’