श्रेयान्स्वधर्मो विगुणः परधर्मात्स्वनुष्ठितात्।
स्वधर्मे निधनं श्रेयः परधर्मो भयावहः।।3.35।।
ये श्लोक श्रीमद्भागवतगीता के तीसरे अध्याय का 35 वां श्लोक है जिसका उस समय अर्थ कर्तव्य कर्म से जुड़ा था लेकिन ये श्लोक वर्तमान में कैसे चरित्रार्थ हो रहा है वो इस घटना से आपको समझ आ जाएगा
ये आर्टिकल हर हिन्दू को ध्यान से पूरा पढ़ना और समझना चाहिए तथा नींद से उठकर, भाईचारे, सेक्युलरिज्म के नशे से बाहर आना चाहिए और जेहादियों का हर स्तर पर पूर्ण बहिष्कार करना चाहिए , खासकर शिक्षा के छेत्र में सरकार, प्रशासन के साथ साथ अभिभावकों के भी पूरी तरह जागरूक होना चाहिए अन्यथा बच्चे पढ़ने को बजाय जेहादी की ट्रेनिंग लेकर बर्बाद हो जाएंगे और समाज तथा राष्ट्र के लिए खतरा बन जाएंगे।
सनातन छोड़ इस्लाम अपनाने वाले राहुल अग्रवाल (अब राहिल), मोहम्मद अब्दुल्ला (पहले सौरभ खुराना) खुद आतंकी बन चुके हैं और अब दूसरों को भी आतंकी बना रहे हैं... (यानी धर्म ज्ञान न होने के कारण मजहबी ज्ञान से प्रभावित हो समाज के लिए खतरा बन गए हैं) गाजियाबाद की एक हिंदू लड़की को फंसाकर उसे भी मानव बम बना चुके थे लेकिन पकड़े गए...
ये मामला सभी हिंदुओं के लिए एक सीख भी है और चेतावनी भी। हिंदुओं को ये समझना चाहिए कि बच्चों को केवल कितनी ज्ञान देनेभर से वो मानव नहीं बनेंगे बल्कि कई दानव के षड्यंत्र में फंसकर आसानी से वो हैवान बनकर समाज के लिए खतरा बन जाएंगे। इसलिए हिंदू अपने बच्चों को अपने महान धर्म का ज्ञान दें, संस्कार दें ताकि उनके बच्चे मानव बनें और समाज के लिए कुछ करें ना करें लेकिन समाज के लिए जेहादियों को तरह खतरा ना बनें।
गाजियाबाद में एक हिन्दू लड़की अचानक से नमाज पढ़ने लगी और मानव बम बनने की तैयारियों में जुट गई, लेकिन उसके पिता ने पुलिस थाने में शिकायत कर दी जिसके बाद इस्लामी धर्मांतरण के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ। खेड़ा की रहने वाली इस लड़की ने इस्लाम कबूल कर लिया था और परिवार को भी इस्लाम कबूलने के लिए बोल रही थी। इस मामले में राहुल अग्रवाल (अब राहिल), मोहम्मद अब्दुल्ला (पहले सौरभ खुराना) और मुशीर सैफी शामिल हैं।
अब सोचिए जिस बच्ची ने सनातनी परिवार में जन्म लेकर कई वर्ष जिंदगी जी ली, लेकिन धर्म ज्ञान और संस्कारों के अभाव के कारण जेहादियों के खेल में फंसकर खुद भी जेहाद बन गई और मानव बम बनकर न जाने कितनी की जान को जोखिम बन जाती यदि पकड़ी ना जाति।
राहुल जो अब राहुल है (मानव से दानव) नोएडा की एक कंपनी में उक्त लड़की के साथ काम करता था। इसी दौरान उसने लड़की से नजदीकियाँ बढ़ाईं और उससे इस्लाम कबूल करवा दिया। खुद राहुल 2017 में मुस्लिम बन गया था और उसका नाम राहिल हो गया था। उसकी पत्नी अब्दुल्ला की साली है। उसने मोबाइल पर ही हिन्दू लड़की से निकाह कर लिया था, जिसमें कॉन्फ्रेंस पर मस्जिद से एक मौलवी और गवाह भी मौजूद थे। राहिल के मोबाइल फोन में लड़की के आपत्तिजनक वीडियोज भी मिले हैं।
अब सोचिए कैसे पहले ये राहुल खुद हैवान बना (क्योंकि उसके मां बाप ने धर्म ज्ञान और संस्कार नहीं दिया) और अब ने धर्महीन हिंदू बच्चों को हैवान बना रहा है और ये सब पूरे देश में लगातार चल ही रहा है, जिसका तोड़ केवल यही है की हर हिंदू बच्चे को स्वधर्म का ज्ञान जो, संस्कार हों, धर्म शास्त्रों से जुड़ाव हो ताकि कोई उनका ब्रेन वाश ना कर से और वो शैतान ना बनें।
राहिल खेड़ा की इस हिन्दू लड़की के अलावा अपने साथ काम करने वाली एक अन्य लड़की को भी धर्मांतरण के लिए फँसाने में लगा हुआ था। एक मैसेज में लिखा हुआ है, “हाँ यार, सब भूल गया मैं। सबसे दूर, नकली चीजों से, अल्लाह का डर और बढ़ गया, अब और पाक रहूँगा इंशाअल्लाह, तू भी तौबा कर ले।” मुशीर बीटेक की पढ़ाई कर रहा था, साथ ही बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था। नेपाल-कर्नाटक समेत कई इलाकों के लोगों का धर्मांतरण कराए जाने की बात पता चली है।
अब सोचिए मसूर के पास ट्यूशन पढ़ने जो जाते होंगे वो क्या बनेंगे? जाहिर से बात है मसूर उन्हें जेहाद सिखाएगा और आतंकी बना देगा...
राहिल जो पहले राहुल था वो भी मुशीर के पास ट्यूशन पढ़ चुका था। खेड़ा की उक्त लड़की भी परिवार के साथ जन्नत जाने की बातें करती थी। इस्लामी धर्मांतरण के इस नेटवर्क में देवबंद मदरसे के छात्र, कोचिंग संस्थान संचालक और प्राइवेट कंपनियों के कर्मचारी शामिल हैं। ये लोग अब तक 7 लोगों का धर्मांतरण करा चुके थे। राहिल भी संगम विहार में मुशीर से ट्यूशन पढ़ने समय ही भड़काया गया था। आरोपितों के बैंक खाते खंगाले जा रहे हैं। 650 पन्नों के संदिग्ध व्हाट्सएप्प चैट मिले हैं।
कैसे खुला ये रैकेट और पुलिस ने क्या बताया
गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक 7 जुलाई (शुक्रवार) को नोएडा के सेक्टर 58 की एक प्राइवेट कम्पनी में काम करने वाली एक हिन्दू लड़की के पिता ने थाना खोड़ा में शिकायत दर्ज करवाई थी। इस शिकायत में उन्होंने बताया था कि उनकी बेटी ने 5-6 महीनों से इस्लामी तौर तरीकों का पालन करते हुए वजू आदि कर के नमाज़ पढ़ना शुरू कर दिया है। लड़की के घर वालों ने जॉब पर जाने से रोका और उस पर नजर रखनी शुरू की। लड़की न सिर्फ खुद को मुस्लिम बताने लगी थी बल्कि वह परिवार के बाकी सदस्यों को भी इस्लाम कबूलने की सलाह देने लगी थी। इतना ही नहीं वो खुद को मानव बम बनाने की बात भी करती थी।
इसी दौरान लड़की के फोन को चेक करने पर परिवार को राहुल अग्रवाल नाम के व्यक्ति की जानकारी मिली। शिकायत में पीड़ित पिता बताया गया है कि उनकी बेटी का ब्रेनवॉश राहुल अग्रवाल ने किया है। इस शिकायत पर पुलिस ने 7 जुलाई को ही राहुल अग्रवाल पर FIR दर्ज कर के उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान राहुल ने बताया कि उसने साल 2017 में हिन्दू धर्म त्याग कर इस्लाम कबूल कर लिया है। उसे नया नाम मोहम्मद राहिल दिया गया था। 22 वर्षीय राहिल ने पुलिस को यह भी बताया कि वह हिन्दू लड़कियों को पहले अपने प्यार के जाल में फँसाता था और बाद में उन्हें भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल कर के इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर कर देता था।
मोहम्मद राहिल ने पुलिस को बताया कि उसने शिकायतकर्ता की बेटी को इस्लामी तौर तरीके ऑनलाइन सिखाए थे। वह पीड़िता से ऑनलाइन निकाह भी कर चुका था और इस्लाम कबूल करवाने की स्टेज तक ले भी आया था। पुलिस की पड़ताल में यह बात भी निकल कर सामने आई कि राहिल ने शिकायतकर्ता की बेटी से पहले सौरभ खुराना से अब्दुल्ला अहमद बने व्यक्ति की साली से निकाह कर लिया था। उसने पीड़िता से इस बात को छिपाए रखा। अब्दुल्ला अहमद भी धर्मान्तरण के इस नेटवर्क में शामिल मिला।
जब पुलिस ने सौरभ से अब्दुल्ला अहमद बने आरोपित के बारे में पड़ताल की तो वह पलवल के पी खुराना का बेटा निकला। उसने साल 2014 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) से BDS की पढ़ाई की थी। यही पर उसने इस्लाम भी कबूल किया और फिर अपनी तरह युवाओं को भी मुस्लिम बनाने में जुट गया। अपनी करतूत छिपाने के लिए 33 वर्षीय अब्दुल्ला क्लिनिक चलाया करता था। फ़िलहाल अब्दुल्ला दारुल उलूम देवबंद में रह रहा था। साल 2017 में राहुल को मोहम्मद राहिल उसी ने बनाया था।
धर्मान्तरण के रैकेट को चलाने में अब्दुल्ला और राहिल की मदद मस्जिद में ट्यूशन पढ़ाने वाला मोहम्मद मुशीर करता था। दिल्ली के संगम विहार निवासी 30 वर्षीय मुशीर पर आरोप है कि वह खुद से ट्यूशन पढ़ने आने वाले छात्रों को बरगला कर इस्लाम कबूल करवाता था। इन सभी ने राहुल अग्रवाल से मोहम्मद राहिल बने युवक को लवर बॉय बना रखा था। राहिल अपने सम्पर्क में आने वाली लड़कियों को पहले तो प्रेम के जाल में फँसाता था फिर उनका ब्रेनवॉश कर के उन्हें इस्लाम कबूल करवा देता था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपित राहिल की चैटिंग न सिर्फ देश के कर्नाटक सहित अन्य राज्यों में हुई है बल्कि नेपाल तक उस से जुड़े लोग पाए गए हैं। वह कई राज्यों की जमातों से भी कनेक्टेड मिला। उसकी अब तक मिली चैटिंग 650 पेज की है। इनके निशाने पर परिवार से कटे युवक और युवतियाँ होते थे जिन्हें वो पहले उनके धर्म की कमियाँ बता कर झाँसे में लेते थे। राहिल के मोबाइल से मिले चैट से यह भी पता चला है कि वो अपना पूर्व का हिन्दू नाम बता कर गैर मुस्लिमों से नजदीकी बनाता था।
शिकायतकर्ता की बेटी के कुछ आपत्तिजनक वीडियो भी मोहम्मद राहिल के मोबाइल से बरामद हुए हैं। पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया है। अब तक इस नेटवर्क द्वारा लड़के और लड़कियों को मिला कर कुल 7 लोगों को धर्मान्तरित कराए जाने की जानकारी मिली है। पुलिस इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों के साथ इन्हे मिलने वाली फंडिंग के स्रोतों की भी पड़ताल कर रही है