मामला करौली का जहां 19 वर्षीय दलित बेटी को एसिड से मुंह जलकर कुवें में फेंक दिया गया, आशंका है की लड़की का गैंगरेप कर उसे मारा गया है।
मीडिता रिपोर्ट्स के अनुसार, मामला करौली के नदौती थाना क्षेत्र के की है। यहाँ गुरुवार (13 जुलाई 2023) रात एक कुएँ में शव पड़ा दिखाई दिया था। इसके बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुँची पुलिस ने शव को कुएँ से निकाला। शव पर कई जगह घाव के निशान थे। इसके बाद शव की पहचान की गई। पुलिस का कहना है कि शव को तेजाब डालकर बुरी तरह से जलाने की कोशिश की गई है। फिलहाल पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। रिपोर्ट आने के बाद मामला पूरी तरह साफ हो जाएगा।
इस दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक घटना के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित है और धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन यहां भी लड़की हूं लड़ सकती हो कहने वाली हाथरस पहुंच जाने वाली प्रियंका जी तथा अन्य कथित दलित हित चिंतक अभी तक देखे नहीं गए, हां कल को यदि अपराधी कोई हिंदू और वह भी स्वर्ण निकला तो यह सारे न्याय की मांग के लिए अवश्य पहुंच जाएंगे, क्योंकि तब मामला इनके राजनीतिक एजेंडे पर फिट बैठेगा।
स्थानीय लोगों के प्रदर्शन में भाजपा के नेता किरोड़ी लाल मीणा जी जरूर सम्मिलित पाए गए, उनका कहना है कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलने तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा। मीणा ने ट्वीट कर कहा है, “गुढ़ाचंद्रजी, टोडाभीम में 19 साल की दलित बेटी पर एसिड फेंक कुँए में डालने से दर्दनाक मृत्यु की सूचना सिहरन पैदा करने वाली है। मुझे इस बिटिया के साथ कुछ अनहोनी होने की भी आशंका है। पुलिस-प्रशासन इस पर पर्दा डालना चाहता है। प्रशासन द्वारा बेटी के शव को हिंडौन ले जाया गया है।”
सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा है, “बेटी को न्याय दिलाने के लिए हिंडौन पहुँच गया हूँ। मुखिया जी, आजकल तो अखबारों के पन्ने भी बलात्कार मर्डर, गैंगवार जैसी खबरों से ही भरे हुए हैं। मुखिया जी थोड़ा बहुत काम गृह मंत्री के दायित्व का भी कर लीजिए। कम से कम 4 महीने तो इस प्रदेश की जनता पर ध्यान दे दीजिए।”
वहीं किरोड़ी लाल मीणा का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में वह अधिकारियों को फटकार लगाते दिखाई दे रहे हैं।
राजनीति अलग चीज है लेकिन अगर राजनीति से हटकर भी देखें तो कांग्रेस शासित राज्यों में अपराधी बेलगाम है कांग्रेस शासित राज्यों में हिंदू विरोधी राजनीति किसी से छुपी नहीं है और कांग्रेस के शासनकाल में ही राजस्थान बलात्कार के मामले में नंबर वन भी बन चुका है। इसलिए वोट देने का अधिकार बहुत गंभीरता से वहन करना सीखना होगा, हमारा वोट यदि हमारी बहन बेटियों और हमारे धर्म के लिए खतरा बनता है तो इसके दुखद परिणाम तो हमें भी भुगतना ही पड़ेंगे