मजहब में लड़कियों, महिलाओं की क्या स्थिति है ये तो दुनिया समझती है और इसीलिए संभवतः कुछ मुस्लिम लड़कियां एक अच्छा जीवन व्यतीत करने के लिए सनातन धर्म में घर वापसी कर रही हैं। कई इस बात को बता देती हैं तो अनेकों ऐसी भी हैं जो इसका खुलासा नहीं करती लेकिन सनातन धर्म का पालन करती हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मामला शामली जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र का है। यहाँ के गुर्जरपुर गाँव निवासी शानम खातून और पास के गाँव मछरौली में रहने वाले रूपक के बीच करीब डेढ़ साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। दोनों शादी करना चाहते थे। लेकिन लड़की के परिजन इसके लिए राजी नहीं हो रहे थे। ऐसे में दोनों घर से भाग गए। इसको लेकर लड़की के परिजनों ने शुक्रवार (21 जुलाई, 2023) को रूपक पर बेटी के अपहरण का आरोप लगाया था।
हालाँकि, बाद में पुलिस ने दोनों को पकड़कर कोर्ट में पेश किया था। जहाँ लड़की ने अपहरण की बात से इनकार करते हुए युवक के पक्ष में बयान दिए थे। इसके बाद पुलिस ने दोनों को छोड़ दिया था। लेकिन मामला यहीं शांत नहीं हुआ। लड़की के परिजनों ने मौका पाकर युवक का अपहरण कर लिया। इस पर उसके घरवालों ने शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने अपहरण करने के आरोप में 3 लोगों को गिरफ्तार किया था।
शानम से शालिनी बनी लड़की और रूपक ने भाजपा नेताओं की मौजूदगी में सोमवार (24 जुलाई, 2023) को मंदिर में शादी कर ली। अब शालनी का कहना है कि उसके पूर्वज कभी हिंदू थे। इसलिए हिंदू धर्म अपनाकर रूपक से शादी की है। शालिनी ने यह भी कहा है कि उसे कट्टरपंथी सोच रखने वाले मुस्लिमों से परेशानी है। इसलिए बिना किसी दबाव के घर वापसी कर रूपक को अपना जीवन साथी बनाया है। अब वह रूपक के साथ ही रहना चाहती है।
वहीं इस पूरे मामले में थाना प्रभारी वीरेंद्र कसाना का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी मिली है कि कोर्ट में पेश करने के बाद दोनों ने मंदिर जाकर शादी की है।