संदेश को अंत तक पड़िए 2024 में किसे क्यों , और किस लिए वोट देना है निर्णय लेने में सुविधा होगी
चाणक्य नीति में कहा गया है कि शत्रु को समाप्त करने के लिए साम-दाम-दंड-भेद कुछ भी अपनाओ पर उसे पनपने मत दो, कुछ हिन्दू विरोधी मोदी, संघ, योगी, मोहन भागवत जी के एक योजना के तहत मुस्लिमों के प्रति किए जा रहे क्रियाकलापो को इस प्रकार प्रचारित करते हैं कि आप बिना सोचे समझे अपने ही नेतृत्व पर उंगली उठाने लगते हैं... होश करो
एक तरफ RSS प्रमुख भागवत जी हिन्दू और मुस्लिम का DNA एक होने की बात कह रहे हैं, मुस्लिम स्कॉलर्स और उपदेशकों से मिल रहे हैं, सरकार सबके विश्वास और तृप्तिकरण की बात कर रही है, Modi जी विभिन्न इस्लामिक देशों से रिश्ते अच्छे कर रहे हैं और अपने मित्र अब्बास को याद कर रहे हैं, Yogi जी यूसुफ अली के Lulu मॉल का उद्घाटन कर रहे हैं...
Ajit Doval मुस्लिम और हिंदू धर्मगुरुओं से मीटिंग कर रहें हैं और दुसरी तरफ जम्मू-काश्मीर से धारा 370 हट गई है और Jamaat को प्रतिबंधित किया जा चुका है। Haj सब्सिडी खत्म की जा चुकी है और Minority बजट को Scholarship और अन्य स्कीमों में डायवर्ट कर दिया गया है।
Triple Talaq बैन कर दिया गया है, UCC लाए जानें की बात हो रही है। राज्यों में Anti-Conversion कानून लागू हो रहे हैं, हिजाब पर केस चल रहे हैं। मदरसों के सर्वे शुरू हो गए हैं और Geo टैगिंग शुरू हो गई है और Waqf की प्रॉपर्टी की भी जांचे हो रही हैं।
NIA, ED और ATS ने आंतरिक आतंकवाद के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है। PFI और SDPI जैसे संस्थानों पर कार्यवाही हो रही है। इसके अलावा एक घटनाक्रम और समझिए कि राम मंदिर का निर्माण हो रहा है और कृष्ण जन्मभूमि पर सुनवाई शुरू हो चुकी है....
चार धाम कॉरिडोर, काशी कॉरिडोर, महाकाल कॉरिडोर, मथुरा कॉरिडोर, बुद्धा सर्किट इत्यादि विकसित किए जा रहे हैं। बाकी तो छोड़ो विपक्षी भी आजकल इफ्तार पार्टियां भूल गया है।
शीघ्रपतन की बीमारी से पीड़ित कुछ अर्ध हिन्दू मोदी, शाह और संघ को हिंदुत्व सिखाने के लिए तरह-तरह के ताने मारने वाली पोस्ट लिख रहे है, तुम सिर्फ यही काम कर सकते हो और तुम्हारी पीढ़ियों ने भी यही किया है... अगर नाम मात्र का भी पौरुष बचा होता तो मोदी जैसे व्यक्तित्व की आवश्यकता ही नहीं होती.., कांग्रेस जैसी इस्लामी राजनीतिक पार्टी को अपने कुकर्म करने का मौका ही नहीं मिलता.... हथेली पर सरसों नहीं उगती और सारे काम छाती कूटकर करना और हवा में कट्टा लहराकर नहीं किए जाते।
मोदी शाह, मोहन भागवत को क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए का ज्ञान बांटते मूर्खो ...इस सोंची समझी Diplomacy को ठंडे दिमाग से समझो। शत्रु की संख्या बहुत ज्यादा है, षड्यंत्र करने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है क्योंकि आज तक सभी सरकारों ने इनको पाल पोस कर हर प्रकार से सबल और समृद्ध बनाया है। इनके सडयंत्रो को काटने के लिए गहरी रण योजना से चलना पड़ता है।
पहले अपने पाजामे का नाडा बांधना सीख लो बाद में मोदी-शाह, अजीत डोवाल और मोहन भागवत को ज्ञान पेलना….
मदरसों का सर्वे,वक्त बोर्ड का सर्वे,PFI पर छापा.... गज़ब.... पर कुछ मूर्खों की सुई मोहन भागवत के मस्जिद जाने और मौलाना से मिलने पर ही अटकी हुई है। आजकल हिंदुत्व ने भी अलतकिया नाम की इस्लामिक पॉलिसी का तोड़ निकाल लिया है।
जैसे गांधी गांधी करके कांग्रेस का सर्वनाश कर दिया ऐसे ही सबका विश्वास सबका विश्वास करते करते कट्टर इस्लाम को भी घुटनों पर ला दिया गया है। वाकई भाजपा को वोट करने का फुल आनंद आ रहा है 😊
🌹🙏जय श्री राम🙏🌹