वैसे मुसलमानों में भी जातिवाद होता है यह बहुत कम ही लोगों को पता है क्योंकि मीडिया सदैव हिंदुओं में ही जाति-जाति खेलने में व्यस्त रहती है और वैसे भी यदि मुसलमानों का जातिवाद खुल गया तो उनका धर्मांतरण का जो एजेंडा है वह तो गड़बड़ा जाएगा।
खैर इस खबर से केवल जातिवाद की सच्चाई ही नहीं खुल रही बल्कि अपनी हो बहन को अपने सबसे बड़े त्योंहार पर हत्या करके इन्होंने अपनी हैवानियत भरी मानसिकता भी उजागर कर दी है। बाकी ये महिलाओं को क्या समझते हैं ये तो अब अधिक बताने की आवश्यकता नहीं है , फिर भी आप सुनना ही चाहें तो मौलाना साहब से सुन लीजिए 👇
इस वीडियो को देखकर आप इतना तो समझ जाएंगे की इनमें महिलाओं को बस मर्दों की हवस पूर्ति का पूरा ध्यान रखने की सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है।
वैसे मुजफ्फरपुर के हत्या मामले की बात करें तो फरहाना गांव में ही रहने वाले शाहिद से प्यार करती थी जो जाति के कारण फरहाना के भाइयों को मंजूर नहीं था। लेकिन दोनों ने 2 वर्ष पहले आखिरकार कोर्ट मैरिज कर ही ली।
मैरिज के बाद फरहाना और शाहिद परिजनों के डर से गांव छोड़कर चले गए परिजनों ने उसे धमकी दी थी कि अब वह कभी गांव ना लौटे अगर वह गांव लौटी तो वे उसकी हत्या कर देंगे। और अंतत है ऐसा ही हुआ 2 साल बाद फरहाना 7 जून 2023 को अपने गांव लौटी और गांव में फरहाना ने ब्यूटी पार्लर में ब्यूटीशियन का काम करना शुरू कर दिया।
शाहिद के भाई सलीम ने कहा कि भाभी के घर वालों ने पहले ही धमकी दी थी कि अगर शादी के बाद गांव लौटी तो उसे मार देंगे, 20 दिन पहले भी यही धमकी दी गई थी और आखिरकार eid के एक दिन पहले बुधवार की शाम लगभग 6:00 बजे एक चौराहे पर सराहना की सिर में गोली मारकर उसके भाइयों ने हत्या कर दी।
कहा जा रहा है कि फरहाना के भाइयों सलमान,फरमान, नोमान और मेहरबान ने उसे चारों तरफ से घेर लिया,