पापा ने बड़े नाजों से पाला, पढ़ाया लिखाया, नेशनल बेसबॉल प्लेयर बनाया, बस धर्म ज्ञान , संस्कार देना भूल गए और परिणाम☹️
जबलपुर की अनुसूचित जाति की संजना बरकड़े जो अंतर्राष्ट्रीय लेवल की बास्केटबॉल खिलाड़ी थी उसने 4 अंतरराष्ट्रीय मैच में हिस्सा लिया था उसे फेसबुक पर एक बेहद स्मार्ट से दिखने वाले राजन सिंह नामक युवक का फ्रेंड रिक्वेस्ट आया
उसने एक्सेप्ट कर लिया फिर चैटिंग शुरू हुई वह धीरे-धीरे राजन सिंह के प्यार में गहराई तक उतरती चली गई राजन सिंह ने उससे कई न्यूड फोटो और वीडियो मंगा लिए एक दो बार वह जबलपुर आकर उससे होटल में मिला।
फिर जब राजन सिंह के पास संजना के तमाम न्यूड फोटो और वीडियो आ गए तब उसने अपनी सच्चाई बता दी कि उसका असली नाम अब्दुल मंसूरी है और यदि तुम अब धर्म परिवर्तन नहीं करोगी मैं तुम्हारे फोटो और वीडियो वायरल कर दूंगा
और दलित हिंदू लड़की संजना वरकडे ने आत्महत्या कर लिया
लेकिन आत्महत्या करने के पहले उसने दो पन्ने के सुसाइड नोट पर विस्तार से ये सब कुछ लिखा है।
अब बात करते हैं दलित हित चिंतकों की : दलितों के तथाकथित हितेषी नेता हर उस घटना में जहां पीड़ित लड़की दलित होती है और आरोपी अब्दुल होता है वहां चुप रहते है। अभी दिल्ली में दलित साक्षी को एक अब्दुल ने सरेआम 40 बार चाकुओं से गोद गोद कर मार डाला लेकिन कितने दलित नेताओं ने आक्रोश दिखाया? कितनों ने कठोरता से फांसी की मांग की जैसे दलित स्वर्ण मामले में नंगे होकर नाचते हैं।