Wrestlers protest: कल नए संसद भवन की ओर कूच कर रहे पहलवानों को पुलिस ने हिरासत में लिया क्योंकि संसद भवन की ओर जाने की उन्हें अनुमति नहीं दी गई थी। इसके बावजूद उन्होंने कानून का उल्लंघन किया और नए संसद भवन की ओर बैरिकेड तोड़कर जाने का प्रयास करने की कोशिश की।
आंदोलन करने का हक सबको है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आंदोलन के नाम पर आप अपने ही देश की तरक्की में रोड़ा बनने का काम करेंगे।आंदोलन करो पर निर्धारित जगह पर करो।
नाराज़ होकर अगर किसी को मेडल वापिस करने हैं तो अपनी नौकरी और वे तमान इनाम भी जो मेडल के साथ मिले, वे भी वापिस करो।
वैसे महिला महापंचायत में गुरनाम सिंह चढ़ूनी का क्या काम था और पहलवानों ने कल हरियाणा से दंगेबाज़ क्यों बुलाए थे ???
👉दिल्ली पुलिस ने कहा है कि पहलवानों को अब जंतर मंतर पर प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिलेगी।
28 मई को प्रदर्शनकारियों ने सभी अनुरोधों के बावजूद कानून का उल्लंघन किया। इसीलिए धरने को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है।