पीटी उषा के ये कहने पर कि तुमने अनुशासनहीनता की है, जो विनेश फोगट पीटी उषा को समझा रही है इसने टोक्यो ओल्पम्पिक में क्या गन्द मचाई थी वो भी जान लीजिये।
ये इतनी घमंडी है कि इसने साथी खिलाड़ियों के साथ रहने से मना कर दिया था कि मैं इनके साथ नही रहूंगी। इसने कहा कि ये लोग भारत से आये हैं और अगर इनसे मुझे कोरोना हो गया तो? ये हंगरी में ट्रेनिंग ले रही थी और वहां से सीधे टोक्यो पहुंच गई। वहां इसने खेल गांव जहां सभी भारतीय खिलाड़ी थे, वहां भारतीय खिलाड़ियों के साथ ट्रेनिंग करने से मना कर दिया।
ये अपना अलग कमरा और कोच लेकर चल रही थी। साथ ही इसने जो भारत का स्पॉन्सर था उसकी ड्रेस पहन से मना कर दिया और नाइकी की पोशाक पहनकर आ गयी।
ओलम्पिक देख रहे अधिकारियों तक से इसने बदतमीजी की। अधिकारियों को ये तक कहना पड़ा कि लग ही नही रहा कि ये भारतीय टीम से है। ये तो ऐसा लग रहा जैसे हंगरी की तरफ से ओलम्पिक खेलने आयी हो।
इसपर ओलम्पिक संघ ने भारतीय कुश्ती फेडरेशन को फटकार लगा दी कि कैसे खिलाड़ी हैं तुम्हारे? तुम इन्हें कंट्रोल तक नही कर सकते?
इसकी इस बदतमीजी पर कुश्ती फेडरेशन को इसे सस्पेंड करना पड़ा था। तब बृजभूषण ने ही इसका सस्पेंशन हटाया था कि हमारी ही बच्ची है, गलती हो जाती है।
हालांकि स्पष्टीकरण के समय इसने ये बहाना जरूर बनाया था कि मुझे कोरोना था इसलिए मैं दूसरों के साथ ट्रेनिंग और रहने से मना कर रही थी।
और मजे की बात देखो आज उसी बृजभूषण को इसने बलात्कारी बता दिया और यही वो है जिसने कहा कि एक दो नही बल्कि 1000 लड़कियों का यौन शोषण किया है बृजभूषण ने।
और इसका वो जीजा बजरंग पुनिया वो भी कुछ समय पहले कसीदे पढ़ रहा था बृजभूषण के कि आपकी अध्यक्षता में हम 3 मेडल लेकर आये हैं, ऐसा ही आशीर्वाद हमपर बनाये रखें।
आज ये भी अपनी साली के साथ बाकियो को लेकर रो रहा है और अब तो दिल्ली पुलिस पर आरोप लगा दिए कि ये हमें खाना पानी तक लाने नही दे रहे और कह रहे कि जमीन पर सोओ जबकि इसी दिल्ली में पिज़्ज़ा खाने और मसाज करवाने वाले इनके समर्थन में खड़े हैं।
किस स्तर पर बेशर्मी चल रही है, उसका उदाहरण है ये सब।
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