दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना प्रदर्शन चल रहा है। ये विरोध प्रदर्शन WFI (भारतीय कुश्ती संघ) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ है। 6 बार के सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए गए हैं और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आबाद दिल्ली पुलिस ने FIR भी दर्ज की है।
इसी बीच पहलवानों का आंदोलन पूरी तरह राजनीतिक हो गया है
इसका कारण है, शुक्रवार (28 अप्रैल, 2023) को बजरंग पूनिया की पत्नी संगीता फोगट द्वारा इंस्टाग्राम पर शेयर की गई एक स्टोरी।
संगीता फोगट, पहलवानी की दुनिया में बड़े कोच के रूप में पहचाने जाने वाले महावीर सिंह फोगट की बेटी हैं। गीता, बबीता और ऋतु उनकी बहनें हैं। वहीं बजरंग पूनिया जंतर-मंतर पर चल रहे विरोध प्रदर्शन का मुख्य चेहरा बने हुए हैं। उनके अलावा साक्षी मलिक और विनेश फोगट को भी वहाँ सक्रिय देखा जा सकता है।
संगीता फोगट ने जो इंस्टाग्राम स्टोरी शेयर की, उसमें उनके पति बजरंग पूनिया को एक कपड़ा निचोड़ते हुए देखा जा सकता है। साथ ही कैप्शन में लिखा है, “न्यूए निचोड़ देने मोदी, कभी कोई वहम हो।” ये पोस्ट इंस्टाग्राम पर ‘जाट रेजिमेंट’ नाम के एक पेज ने शेयर किया। साथ ही इसमें बड़े-बड़े अक्षरों में ‘जाट’ भी लिखा हुआ है। ‘I stand with Wrestlers’ और ‘I stand with my champions’ का कैप्शन भी लगाया गया है।
इस इंस्टाग्राम स्टोरी को देखने के बाद लोग पूछ रहे हैं कि ये विरोध प्रदर्शन आखिर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ है या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के?
किसी खास जाति का नाम लेकर पीएम मोदी के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना कहाँ तक उचित है?
जिस तरह ‘किसान आंदोलन’ के दौरान जातिवादी भावनाएँ भड़काने की कोशिशें हुई थीं, उसी तरह पहलवानों का आंदोलन में भी किया जा रहा है।
प्रियंका गांधी और पप्पू यादव जैसे मौकापरस्त नेता वहां पहुँच ही चुके हैं।
इस धरने में नेता बनकर कौन बैठा है, एक अत्यंत शरीफ आदमी “पप्पू यादव”
इन खिलाड़ियों को मिलने कौन जा रहा है - दिल्ली का ठग, चोर, शराब घोटालेबाज और 45 करोड़ अपने घर पर जनता का पैसा लुटाने वाला लुटेरा केजरीवाल और उसकी चोर “पाप पार्टी” के अन्य ठग, दीपेंदर हुड्डा, फिर JNU के वामपंथी कैसे पीछे रहेंगे, उनकी आइशी घोष भी साथ दे रही है, वीरेंदर सहवाग, सानिया मिर्जा (शोएब मलिक की तलाकशुदा पाकिस्तानी बेगम), सोनू सूद, हरभजन सिंह जैसे नामचीन लोग सब दुखी हैं।
मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और अब बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 2 FIR दर्ज हो गई।
लेकिन कल जंतर मंतर पर इन पहलवानों ने अपने धरने में “मोदी तेरी कब्र खुदेगी” के नारे लगवा कर संदेश दे दिया कि इसके पीछे कौन है और निशाने पर केवल मोदी है।
इन लोगों को शर्म आनी चाहिए कि जिस मोदी ने भारत में खिलाड़ियों को इतना प्रोत्साहन दिया, ये उसकी कब्र खोदना चाहते हैं। 😡😡
भारतीय कुश्ती महासंघ में हरियाणा समेत 28 राज्यों के कुश्ती संघ सदस्य हैं और सभी में महिला पहलवान भी होंगी, फिर ऐसा कैसे हुआ कि महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने केवल हरियाणा की लड़कियों का शोषण किया क्योंकि और किसी राज्य संघ की लड़कियों ने तो कोई शिकायत नहीं की है।
नारे लगने के बाद विनेश फोगट ने स्वयं को नारों से दूर रखने की कोशिश की मगर इसकी जिम्मेदारी से वह बच नहीं सकती क्योंकि जलसा तुम्हारा है। इसकी निर्लज्जता देखिए कि यह यौन शोषण का आरोप बृजभूषण शरण सिंह पर 2015 के मंगोलिया के खेलों के लिए लगा रही है जबकि यह उस वर्ष वहां गई ही नहीं थी। फिर कहती है कि वह भूल गई, वो 2016 था - यानीं एक आरोप लगा दो जबकि सच्चाई खुद को पता नहीं।
साक्षी मलिक 2013 के Commonwealth championship से मैडल जीत रही है और 2022 तक उसने मैडल जीते हैं लेकिन कभी उसने कोई शिकायत नहीं की। आज अचानक क्या हो गया और इतना ही नहीं विनेश फोगट के साथ यदि 2016 में भी कुछ हुआ तो वह जनवरी, 2023 तक यानी 7 साल तक चुप क्यों रही।
बृजभूषण शरण सिंह 2011 से कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष है, लेकिन इस तरह का यौन शोषण का आरोप किसी ने लगाया हो, ऐसा सुनने में नहीं आया।
और तो और, प्रधानमंत्री से विशेष शाबाशी पाया हुआ नीरज चोपड़ा भी कह रहा है कि एथलीटों को देख कर कष्ट होता है, इन्हें न्याय मिलना चाहिए और कपिल देव पूछ रहे हैं -”इन्हें इन्साफ मिलेगा क्या?
यह पूछ कर ही कपिल देव ने बृजभूषण शरण सिंह को एक तरह दोषी ठहरा दिया।
किसी के साथ यदि कुछ गलत हुआ तो उसका निवारण होना ही चाहिए परंतु किसी को जबरन Target भी नहीं करना चाहिए।
लेकिन इस मामले में दाल में कुछ काला दिखाई लग रहा है।