✊"राष्ट्र के लिए जीना, राष्ट्र के लिए मरने से अधिक कठिन है। जहां देश के लिए जीने की बात होती है, वहां अपने घर में गरीबी को आमंत्रण देना पड़ता है, सुख- वैभव भूलना पड़ता है, दरिद्रता को अंगीकार करना होता है। इन सभी बातों से निराश न होकर, केवल राष्ट्र के लिए ही जीना है, ऐसा सोचने वालों से ही राष्ट्र की प्रगति संभव है।"*
😈देश-विरोधी और हिंदू-विरोधी शक्तियाँ अपना काम आरंभ कर चुकी हैं!
✊अब बारी हमारी और आपकी है!
👉और हमें और आपको केवल और केवल इतना ही करना है, कि जातिवाद, ऊंच-नीच, अगड़े-पिछड़े, भाषावाद, क्षेत्रवाद, आदि सभी तरह के भेदभाव भुलाकर, संगठित एकता में रहना है, संगठित ही रहना है!
🤷♂️सदियों के बाद आया है यह स्वर्णिम समय - हिंदू एकता का - इसे यूँ हीं ना खोने दें!
✊हम सबको व्यक्तिगत मतभेद और घमंड की लडाई को छोड़कर, इस एकजुटता को बनाए रखने का समय है!
😒याद रखिये, निशाने पर न ब्राह्मण है, न जैन है, न मराठा है, न वैश्य है, न राजपूत है, न गुर्जर है, न दलित है, न पिछड़े हैं!
👉स्थान और अवसर के अनुसार, जातियां बदलेंगी, क्योंकि निशाने पर "हिंदू" है, निशाने पर "हिंदू धर्म" है, निशाने पर "भारत" है, निशाने पर "भारतीयता" है! निशाने पर हमारी धर्म-संस्कृति है! निशाने पर सनातन धर्म है!
🤷♂️इनको तोड़ना ही उनका उद्देश्य है!
🏹धर्म की रक्षा करों.... राष्ट्र, समाज, स्त्रियों का सम्मान, सम्पत्ति सब स्वतः सुरक्षित हो जाएगा...
👉जिस राष्ट्र में 35 करोड़ हिंसक जिहादी भेड़ियों की आबादी हो चुकी हो, वहां केवल पुलिस, आर्मी के भरोसे सुरक्षित रह लेंगे, ऐसा सोचना भी मूखर्ता हैं....
🤺समाज को भी सशस्त्र, तत्पर और हर संघर्ष के लिये तैयार रहना होगा।
🤷♂️ऐसा कोई सामान नहीं है जो हिंदुओं की दुकान पर न मिलता हो। मात्र चार कदम दूर चलना होगा और यह आपके कदम हिंदू राष्ट्र की ओर बढ़ेंगे।
हिंदूत्यौहारहिंदू_सामान🚩
👉जो कमल के फूल के अलावा कहीं ओर वोट देने की भूल करता है उसे अपने परिवार से प्यार नहीं, अपने प्रदेश से प्रेम नहीं, अपने देश से प्रेम नहीं, अपने धर्म से प्रेम नहीं, कर्म करके कमाई से लगाव नहीं ॥ ये बात शत प्रतिशत सही है ॥
🤷♂️मुगल और अंग्रेज भारत में लड़ने के लिए अपने साथ सैनिक नहीं लाये थे क्योंकि उन्हें यहां के गद्दारों पर पूरा भरोसा था.