Kashi vishvnath, Banaras| काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन पर शुल्क की अफवाह फैलाने वालों पर FIR, जानिए पूरा मामला
उत्तर प्रदेश में वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन के नाम पर मंदिर की तरफ से शुल्क लगाए जाने की अफवाह फैलाने वालों की खैर नहीं है. क्योंकि मंदिर प्रशासन ने बकायदा इस अफवाह के खिलाफ संबंधित चौक थाने में लिखित शिकायत कर दी है. जिसके बाद पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ नामजद और अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करके कार्रवाई में जुट गई है.
रंगभरी एकादशी के एक दिन पहले दो मार्च को अजय शर्मा, आशीष धर, रति हेगड़े, विक्रम, भवतेश शर्मा, आरती अग्रवाल, हेमा सहित नौ लोगों और अन्य अज्ञात विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने आए थे। अजय शर्मा ने काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के परिसर स्थित काउंटर से 500 रुपये की दान पर्ची कटवाई और उस पर जानबूझकर साजिश के तहत स्पर्श दर्शन लिखवा दिया।
आपराधिक साजिश के तहत मुकदमा दर्ज
काशी विश्वनाथ मंदिर के पीआरओ अरविंद शुक्ला की तहरीर के आधार पर चौक थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। मुकदमा टिकट कटवाने वाले व्यक्ति अजय शर्मा के समेत उन सभी 9 लोगों पर करवाया गया है, जिन्होंने यह टिकट कटवा कर मंदिर में दर्शन पूजन का दावा किया है।
वाराणसी जिला और विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से कल ही स्पष्ट हो चुका था कि विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन को लेकर किसी तरह का शुल्क नहीं लगा है. खुद वाराणसी के मंडलायुक्त ने ऐसी किसी भी खबर का खंडन करते हुए यह बताया था कि देश के अन्य मंदिरों के तुलनात्मक अध्ययन के साथ इस तरह की चर्चा मंदिर बोर्ड की मीटिंग में उठी थी, न कि इसपर कोई फैसला लिया गया था.
निष्कर्ष : निष्कर्ष यह है कि धर्म द्रोही अपने एजेंडे या टूलकिट के आधार पर आगे बढ़ रहे हैं और वह इसी प्रकार आगे बढ़ते रहेंगे। जरूरत है तो हिंदुओं को सतर्क और सावधान रहने की, किसी भी प्रकार के अफवाह के चक्कर में पड़ने से पहले उसका सत्य जानने का प्रयास जरूर करें