हिंदुओं के मरने की तो कई खबरें आपने सुनी होगी लेकिन इतनी तेजी से हिंदुओं की मृत्यु पर सरकार द्वारा खजाना लुटाना आज तक नहीं सुना होगा, जी हां घटना जयपुर की है जहां एक मुस्लिम लड़के की मृत्यु हो गई हजारों को भीड़ सड़कों पर उतर आई और राजस्थान की गहलोत सरकार ने मृतक के परिवार को सरकारी नौकरी 50 लाख और डेयरी बूथ देने की घोषणा कर दी, -- यही तो होता है इकोसिस्टम.. साधारण घटना को सांप्रदायिक रंग देना और सरकार तथा प्रशासन को घुटनों पर लाना

राजस्थान की राजधानी जयपुर में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। सुभाष चौक पर दुर्घटना में बाइक सवारों में झड़प हुई, जिसने बाद में सांप्रदायिक रंग ले लिया। अब इस मामले में 2 गुटों में हुई झड़प में एक युवक की मौत हो गई है। मृतक के परिजन लाश के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं और उन्होंने पोस्टमॉर्टम तक कराने से इनकार कर दिया। जिसके बाद सरकार ने खजाना खोला और पोलिस ने मान मनव्वत की जिसके बाद पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए शांतिप्रिय लोग। कभी शांत इलाका कहे जाने वाला जयपुर अब कट्टरपंथियों की आग से झुलस रहा है.. परिणाम तो उन्हें भुगतना ही पड़ेगा जिन्होंने दंगाई मानसिकता के लोगों को अपने आस पास बसने दिया..
राजधानी जयपुर के सुभाष चौक इलाके में एक युवक की मौत के बाद से तनाव के हालात
बड़ी चौपड़ से रामगंज चौपड़ तक रास्ता बंद किया, बीच रास्ते हजारों की तादाद में स्थानीय लोग विरोध में धरने पर बैठे हैं.
मौके पर STF, ERT, QRT, RAC और पुलिस फोर्स मौजूद.
SHO के मुताबिक शुक्रवार देर रात करीब 12 बजे के आसपास फूटा खुर्रा रामगंज के रहने वाला इकबाल (18) जयसिंहपुरा खोर से बाइक लेकर घर जा रहा था,
इसी दौरान गंगापोल में राहुलजी का बाजार में उसकी बाइक दूसरी बाइक से टक्कर हो गई और दोनों युवकों में गाली-गलौज हुई.
इस दौरान वहां खड़े बुजुर्ग ने दोनों को गाली-गलौज करने से मना किया जिसके बाद आरोप है कि इकबाल की वहां खड़े लोगों से भी कहासुनी हुई और भीड़ ने इकबाल को डंडे-सरिये से पीटना शुरू कर दिया जिससे वह लहूलुहान हो गया और अस्पताल में दम तोड़ दिया.